राजस्थानी राम चालीसा


राम राम शिवजी जपे ,
हर हर बोले राम |
दुई नाम लारे जपो ,
सिध्द होय सब काम ||


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राजस्थानी राम चालीसा का दोहा
अमृत 'वाणी'

4 टिप्‍पणियां:

  1. राम नाम तो जपण बणी हूई है रीत
    जपतां जपतां राम सुं हो जावेगी प्रीत

    भाई जी थाने बसंत पंचमी की घणी-घणी बधाई

    ओ टिप्पणी माडरे्शन हटा दीजो

    जवाब देंहटाएं
  2. राम नाम तो जपण री बणी हूई है रीत
    जपतां जपतां राम सुं हो जावेगी प्रीत

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत खुसी हुई की आप सभी को हमारे द्वारा लिखे इस राजस्थानी राम चालीसा का ये ब्लॉग पसंद आया हे

    आप सभी को बसंत पंचमी की बहित बहुत बधाई

    अमृत 'वाणी'.com

    जवाब देंहटाएं

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